नगर परिषद की सभापति करुणा चांडक ने कहा है कि बेटियों को अब उच्च शिक्षा देने की जरूरत हैं

श्रीगंगानगर। नगर परिषद की सभापति करुणा चांडक ने कहा है कि बेटियों को अब उच्च शिक्षा देने की जरूरत हैं। हाइटेक युग में किताबी ज्ञान तक महिलाओं को सीमित नहीं रहना होगा बल्कि उच्च शिक्षा से आईएएएस जैसे पदों पर पहुंचकर समाज की विषम परििस्थतियों को बदलने की आवश्यकता हैं। महिला हर पीड़ा को सहजता से लेती हैं, ऐसे में जनता के दर्द को भी उच्च पदों पर महिलाएं सही तरीके से समाधान कर सकेगी। चांडक सोमवार को विश्व मानवाधिकार एसोसिएशन की ओर से जस्सासिंह मार्ग पर िस्थत रिसोर्ट में आयोजित तीज महोत्सव के दौरान मुख्य वक्ता के रूप में बोल रही थी। इस मौके पर महिलाओें ने राजस्थानी लोक गीतों पर नृत्य किया। वहीं युवतियों ने पंजाबी और हिन्दी फिल्मी धुनों पर अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष पार्षद डा. बबीता गौड़ ने बच्चों को संस्कारवान बनाने की बात कही। गौड़ का कहना था कि संस्कार घर से मिलते हैं, ऐसे में महिलाएं अपने बच्चों को फास्ट फूड से परहेज रखे और संस्कारवान बनाएं। कार्यक्रम में महिलाओं की रोचक खेलकूद प्रतियोगिता होने पर विजेता रही महिलाओं को मुख्य अतिथि व्यापारी संजीव लोहिया ने पुरस्कृत किया। लोहिया का कहना था कि महिलाओं ने राजस्थानी की संस्कृति को तीज त्यौहार के माध्यम से जीवत रखा हैं। नई पीढ़ी के लिए ऐसे त्यौहार प्ररेणादायक बने हुए हैं। ऐसे त्यौहार हमारे समाज की धरोहर हैं। कार्यक्रम में वेशभूषा और विभिन्न स्पर्धा में अव्वल रहने पर जाह्नवी को तीज क्वीन का खिताब दिया गया। इससे पहले डा. नेहा आनंद ने भी समाजसेवा के कार्यो से जीवन सीखने की बात कही। राष्ट्रीय अध्यक्ष रेणु अग्रवाल का कहना था कि महिलाओं ने इलाके में रक्तदान और अंगदान करने के लिए खुद को प्रेरित किया हैं। एसोसिएशन की ओर से कराए गए रक्तदान शिविरों और अन्य समाजिक कार्यो के बारे में बताया। इस कार्यक्रम में आई हुई सभी महिलाओं को स्मृत्ति चिह्र देकर सम्मानित किया गया। इस दौरान बीकानेर जोन प्रभारी मीना रानी गौतम, कविता, मीना राठौड़, सपना गुप्ता, विमला जाट, पूजा बहल, रणजीत कौर, पिंकी कपूर आदि ने भी विचार व्यक्त किए।

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