झिल्ली के टुकड़े से किया अमाशय का छेद बंद : जन सेवा हॉस्पिटल
झिल्ली के टुकड़े से किया अमाशय का छेद बंद
जन सेवा हॉस्पिटल में चिंरजीवी योजना में निशुल्क इलाज
श्रीगंगानगर। ‘पेट में बहुत दर्द था। कुछ भी खाया नहीं जा रहा था। उलटियां आती थीं। जब हनुमानगढ़ रोड पर टांटिया यूनिवर्सिटी कैम्पस में स्थित डॉ. एस. एस. टांटिया मेडिकल कॉलेज, हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर (जन सेवा हॉस्पिटल) में आया तो यहां चिकित्सकों ने जांच में पाया कि अमाशय में छेद है। ऑप्रेशन के बाद मैं पूर्णतः स्वस्थ हूं।’ यह कहना है कि श्रीगंगानगर के अशोकनगर बी निवासी 25 वर्षीय युवक अजयकुमार का। उसका यहां मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में पूर्णतः निशुल्क इलाज किया गया। अब वह पूरी तरह स्वस्थ है।
हॉस्पिटल के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी प्रो. बलजीत सिंह कुलड़िया ने बताया कि अजयकुमार की स्थिति खराब थी। उसे जनरल सर्जरी विभाग के डॉ. निशांत खुराना एवं डॉ. नीरज जांगिड़ ने संभाला। इलाज के बाद वह एकदम स्वस्थ है। अगर उसका यही इलाज कहीं बाहर निजी नर्सिंग होम में होता तो कम से कम 50 हजार रुपए खर्च होने थे लेकिन चिरंजीवी योजना में एक रुपया भी नहीं लगा।
डॉ. निशांत खुराना ने बताया कि मरीज को आपातस्थिति में हॉस्पिटल लाया गया था। यहां जांच में उसकी अमाशय में छेद पाया गया। इससे उसमें पानी की कमी हो गई थी। ब्लड प्रेशर काफी गिर गया था। इससे उसे सांस लेने में तकलीफ होती थी। पेट भी सख्त हो गया था। इस पर उन्होंने डॉ. नीरज जांगिड़ के साथ मिलकर उसके पेट की झिल्ली का टुकड़ा लेकर अमाशय का छेद बंद किया गया। अब रोगी पूर्णतः स्वस्थ है, खा-पी रहा है।