होम्योपैथी के प्रति जन-जन में जागरुकता जरूरी : बोरड़
होम्योपैथी के प्रति जन-जन में जागरुकता जरूरी : बोरड़
सार्वजनिकरण के अभियान के अंतर्गत उषा संस्था की कार्यशाला
श्रीगंगानगर, 5 दिसम्बर। होम्योपैथी के सार्वजनिकरण अभियान के अंतर्गत सोमवार को भामाशाह सेठ सुशील कुमार बिहाणी ऑडिटोरियम में स्वयंसेवी संगठन अपलिफ्टमेंट ऑफ सोसायटी विद होलेस्टिक एंड होम्योपैथिक एप्रोच (उषा) की तरफ से आमुखीकरण कार्यशाला रखी गई। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, आयुष विभाग एवं सेठ गिरधारीलाल बिहाणी सनातन धर्म शिक्षा न्यास के सहयोग से हुई इस कार्यशाला में रिटायर्ड आईएएस राजस्थान स्वायत्त शासन संस्थान के सचिव प्रदीप बोरड़ ने कहा कि होम्योपैथी का बहुत महत्व है, इसके प्रति जन-जन में जागरुकता जरूरी है।
कार्यशाला में आशा सहयोगिनियों, एएनएम, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं (ट्रिपल ए) को प्रशिक्षण दिया गया। महिला एवं बाल विकास विभाग की उप निदेशक रीना छिम्पा, पंजाब अकादमी के सचिव डॉ. एन. पी. सिंह, टांटिया होम्योपैथी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. चरणजीत सिंह, विद्यार्थी सौम्या चावला ने भी विचार रखे। किट वितरित की गई, शंकाओं का समाधान भी किया गया।
प्रारम्भ में प्रदीप बोरड़, उषा की अध्यक्ष रजनी बोरड़, पंजाबी अकादमी के सचिव डॉ. एन. पी. सिंह, डॉ. कुलदीप सिंह एवं किन्नू क्लब के प्रदेश संयोजक बिक्रम सिंह ने होम्योपैथी के ख्यातनाम जानकार रहे दिवंगत कृषि पंडित सरदार बलवंत सिंह एवं स्व. उषा देवी बोरड़ के चित्र के समक्ष पुष्प अर्पित किए। उषा की अध्यक्ष रजनी बोरड़ ने आभार जताया। सहयोग के लिए एसडी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. वरूण माहेश्वरी आदि को स्मृति चिन्ह भेंट किए गए। डॉ. अमरजीत सिंह, दलजीत सिंह सहित अनेक विशिष्ट जन कार्यशाला में मौजूद थे। डॉ. कृष्णकुमार आशु ने संयोजन किया।