फेफड़े में मूंगफली फंसने से युवती की जान थी हलकान, टांटिया हॉस्पिटल के डॉ. अभिषेक गुप्ता ने जीवन किया आसान
फेफड़े में मूंगफली फंसने से युवती की जान थी हलकान, टांटिया हॉस्पिटल के डॉ. अभिषेक गुप्ता ने जीवन किया आसान
श्रीगंगानगर। टांटिया जनरल एंड मल्टीस्पेशिलिटी हॉस्पिटल के क्षय, दमा, श्वांस एवं एलर्जी रोग विशेषज्ञ डॉ. अभिषेक गुप्ता ने 19 वर्षीय एक युवती का जीवन आसान किया है। बाएं फेफड़े में मूंगफली फंसी होने से उसे बहुत ज्यादा परेशानी थी, पिछले 6 माह से टीबी का इलाज भी ले रही थी, अचानक श्वांस में भयंकर दिक्कत आने लगी। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि उसका लेफ्ट वाला फेफड़ा ब्लॉक है। अपनी विशेषज्ञता एवं अनुभव के कारण जटिल मामलों में भी सफल उपचार करने वाले डॉ. गुप्ता ने तुरंत उसकी ब्रोंकोस्कॉपी की और पाया की लेफ्ट फेफड़े में मूंगफली फंसी हुई है। करीब 3 घंटे चले ऑप्रेशन से मूंगफली के सारे टुकड़े बाहर निकाल दिए गए, इससे मरीज का फेफड़ा पूरी तरह खुल गया। अब मरीज एकदम स्वस्थ है और बिना दवाई के है। टांटिया हॉस्पिटल दमा, क्षय, एलर्जी एवं श्वांस रोग के निदान का बड़ा और विशिष्ट केन्द्र बन कर उभरा है। इसमेें मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना सहित अन्य सरकारी योजनाओं के पात्र मरीजों का भी उपचार किया जा रहा है।
डॉ. अभिषेक गुप्ता ने हाल ही में 37 वर्षीय एक महिला की श्वांस की जटिल समस्या का भी सफलता से समाधान किया। परेशानी के चलते टांटिया हॉस्पिटल लाया गया, उसे एक माह से यह दिक्कत बढ़ गई थी, अस्थमा के लिए इन्हेलर्स ले रही थी। पूरी हिस्ट्री लेने पर पाया गया कि उसको यह समस्या वेंटिलेटर पर रहने के बाद शुरू हुई, वह करीब 10 दिन वेंटिलेटर पर पर रही थी। डॉ. गुप्ता ने ब्रोंकोस्कॉपी करके पाया कि श्वांस की नली काफी सिकुड़ी हुई है, इस नली को बैलून डाल के नॉर्मल साइज का किया गया, इलाज के बाद अब मरीज बिना किसी दवाई के नॉर्मल जिंदगी जीने लगी है।