एस. एस. आदर्श विद्यालय में गुरूसाहिब का प्रकाश उत्सव
एस. एस. आदर्श विद्यालय में गुरूसाहिब का प्रकाश उत्सव
पदमपुर:- एस. एस. आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय {हिन्दी/अंग्रेजी माध्यम} पदमपुर में विज्ञान वर्ग, कला वर्ग, कृषि वर्ग के बोर्ड प्रायोगिक परीक्षा के शुभारंभ में क्षेत्र की खुशहाली, विद्यार्थियों में मानवीय मूल्यों का संचार करने, सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने व उच्च अंक प्राप्त करने आदि के लिए श्री गुरू साहिब का प्रकाश उत्सव का आयोजन किया गया। विद्यालय में गुरू ग्रन्थ साहिब के पवित्र चरण कमलों को प्रवेश करा गुरू की खुशियां प्राप्त की। भाई जगदीप सिंह जी ने गुरू ग्रन्थ साहिब का पाठ कर साध-संगत, स्टाफ व विद्यार्थियों को निहाल किया। विद्यालय के प्रधानाचार्य ओमप्रकाश कलिया ने विद्यार्थियों को प्रायोगिक परीक्षा की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि किसी भी कार्य की सफलता के लिए, त्याग एवं समर्पण की आवश्यकता होती है। मानवीय मूल्यों को अपनाने की शिक्षा देते हुए उन्होंने बताया कि धैर्य, क्षमा, मन का संयम, आत्मिक ज्ञान, सच्चाई, क्रोध न करना आदि धर्म के लक्षण है।
कोई भी विद्यार्थी इन गुणों को अपनाते हुए उच्च लक्ष्यों को प्राप्त कर सकता है। विद्यालय के अध्यक्ष अशोक कुमार कलिया ने विद्यार्थियों को संस्कारित जीवन जीने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि अच्छा होना और अच्छे कर्म करना ही धर्म का सार है। समय ही महिमा का बखान करते हुए उन्होंने कहा कि समय बहुत बलवान है बिता हुआ समय वापिस नहीं आता है इसलिए विद्यार्थियों को समय के महत्व का ध्यान रखते हुए अपनी परीक्षा की पूर्ण तैयारी करनी चाहिए। प्रत्येक विद्यार्थी को सदवचन ही सुनने चाहिए कानों की शोभा सदवचन सुनने से ही होती है न कि कुण्डल पहनने से। कलिया ने नैतिक गुण प्रकट करते हुए कहा कि उसी विद्यार्थी का जीवन अच्छा है जिसकी आँखे अच्छा देखती है, जीभ अच्छा बोलती है तथा हाथ असहायों की सहायता करते है। विद्यालय की छात्रा गुरप्रीत कौर ने शंकराचार्य राजकीय मेडिकल कॉलेज, नांदेड़साहिब महाराष्ट्र में बिना कोचिंग 12वीं के साथ प्रवेश होने पर बधाई देते हुए कहा कि ऐसे विद्यार्थियों के पद चिह्नों पर चलकर प्रत्येक विद्यार्थी को आगे बढने की प्रेरणा लेनी चाहिए। पाठ भोग के पश्चात गुरू प्रसाद का वितरण किया गया।