नरमा चुगना छोड़ पढ़ाई की, फिर बनी बड़ी अफसर
नरमा चुगना छोड़ पढ़ाई की, फिर बनी बड़ी अफसर
श्रीगंगानगर, 12 मार्च। बालिका को स्कूल छुड़वा कर खेत में नरमा चुगने भेजने पर स्कूल की अध्यापिका ने बालिका के अभिभावकों से पढ़ाई के महत्व को लेकर समझाइश की गई। अभिभावक समझे और बालिका ने स्कूल में टॉप किया और आगे चलकर वह बड़ी अफसर बनी।
श्रीगंगानगर के राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय 19 जेड स्कूल में आयोजित वार्षिकोत्सव में मंचित की गई नाटिका में बालिका शिक्षा को इस प्रकार दर्शाया गया कि बालिका शिक्षा के महत्व के साथ-साथ महिला सशक्तिकरण भी साकार हुआ हो उठा। राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय 19 जेड में वार्षिक उत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम का आगाज ’’चालो पढ़वा चाला‘‘ नृत्य नाटिका द्वारा ग्रामीण परिवेश में शिक्षा के प्रति अलख जगाने के अनूठे प्रयास के बारे में रोचक ढंग से बताया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षा एवं जागरूकता के साथ मनोरंजन था । नन्हे-मुन्ने बालकों द्वारा समाज में पर्यावरण प्रदूषित करने वाले प्लास्टिक के खिलाफ संदेश पहुंचाने हेतु प्लास्टिक गणवेश धरा गया तो वही अखबार समाज के लिए कितना महत्व महत्व रखता है यह संदेश भी अखबार का स्वरूप धरके पहुंचाया गया ।
चाहे लोक नृत्य की बात हो चाहे देश भक्ति इस कार्यक्रम में बच्चों द्वारा हर रंग को बखूबी निभाया गया। गजबण पानी भरने भी गई और जलवे के द्वारा राष्ट्र समर्पित फौजी ने मां भारती की आराधना भी की। कहीं सास बहू की तकरार तो कहीं बाल मन की छोटी सी आशा। सभी बच्चों ने सीमित समय में अद्भुत तैयारी करके अपने कार्यक्रम में जान डाल दी। कहीं शरारा दिलाने की मनुहार तो कहीं कहीं राष्ट्रहित में सब कुछ लुटाने का जज्बा रहा ।
कार्यक्रम में सरपंच रमप्रीत कौर, जिला परिषद के डायरेक्टर मंगल सिंह बसरा व गांव के अनेक गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।