श्रीकरणपुर:सफलता की कहानी ख़ुद अपनी जुबानी
श्रीकरणपुर:सफलता की कहानी ख़ुद अपनी जुबानी
प्रशासन गाँवो के संग अभियान का कमाल 90 साल बाद मिला हक।
विधायक के प्रयासो से मिला 90 साल बाद हक।
सरकार का हर सम्भव प्रयास रहता है कि कल्याणकारी योजनाओं का लाभ अंतिम छोर तक बैठे प्रत्येक व्यक्ति को मिले । इसके लिए सरकार द्वारा प्रशासन, न्यायालय, अभियान सदैव प्रभावी भूमिका निभाता आया है।
इतनी सुविधा में बादजूद भी कभी किसी को न्याय से वंचित रहना पड़े तो निश्चित रूप से अजीब लगता है। लेकिन सरकार द्वारा चलाए जा रहे अभियान के माध्यम से या किसी की व्यक्तिगत मेहनत से अगर 90 वर्ष के लंबे इंतजार के बाद तीसरी पीढ़ी को न्याय के रूप में अपना हक मिले तो उसका आनन्द ही कुछ और है।
ऐसा ही वाक्य मोटासर खूनी में देखने को मिला जब तीसरी पीढ़ी को अपने दादा की जमीन का कानूनी हक मिले तो छलकते आँसुओ से आशीर्वाद रूपी शब्दों का सुनना स्वभाविक है।
अब से 90 वर्ष पूर्व शीशपाल ने बताया कि उनके दादा जी पेमा राम को अलॉटमेंट की गईं जमीन का मालिकाना हक पाने के लिए उनके पांच पुत्रो कृष्ण,रामरतन,धनराज,लेखराम सदाराम ने लंबे अर्से तक कानूनी लड़ाई लड़ते रहे परंतु परिणाम ढाक के तीन पात।
ऐसे में आशा की किरण के रुप में शीशपाल ने 90 वर्ष की आप बीती विधानसभा के संवेदनशील लोकप्रिय विधायक गुरमीत सिंह कुनर, रूबी कुनर व निजी सहायक सुभाष मांझू को सुनाई तो विधायक महोदय द्वारा व्यक्तिगत रूप से रूचि लेकर प्रशासन के सहयोग से विशेष रूप से उपखण्ड अधिकारी सुभाषचंद्र चौधरी, तहसीलदार सुभाषचंद्र शर्मा व राजस्व स्टाफ ने इस कार्य की सनद जारी कर शीशपाल कक उनकी पैतृक भूमि का मालिकाना हक दिलाया।
प्रशासन गाँवो के संग अभियान के तहत शीशपाल परिवार की खुशी आँसू बनकर निकली और पूरा परिवार दुवाएँ देते नहीं थकता।