अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्ति दिवस पर दिया मन की मजबूती का संदेश -जे.आर. टांटिया चैरिटेबल नशा मुक्ति एवं पुनर्वास केंद्र का जागरुकता कार्यक्रम
अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्ति दिवस पर दिया मन की मजबूती का संदेश
जे.आर. टांटिया चैरिटेबल नशा मुक्ति एवं पुनर्वास केंद्र का जागरुकता कार्यक्रम
श्रीगंगानगर। जे.आर. टांटिया चैरिटेबल नशा मुक्ति एवं पुनर्वास केंद्र का शनिवार को अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्ति दिवस पर जागरुकता कार्यक्रम हुआ। इसमें वक्ताओं ने मन की मजबूती का संदेश देते हुए कहा कि नशे की रोकथाम के लिए मनोबल एवं सामूहिक प्रयास जरूरी है। मुख्य वक्ता सामाजिक कार्यकत्र्ता कमलजीत सिंह सूदन ने रजा, मजा और सजा के माध्यम से नशे की शुरूआत और उसके दुष्परिणामों का चित्रण किया। कई आंकड़ों के माध्यम से उन्होंने कहा कि बढ़ता नशा बहुत खतरनाक है, सिर्फ सरकार के भरोसे नहीं रहा जा सकता। बद से बदतर होते हालात के लिए सोच में फर्क लाना और पारिवारिक माहौल को सही करना बहुत आवश्यक है।
नशा मुक्ति एवं पुनर्वास केंद्र के चेयरमैन व प्रोजेक्ट डायरेक्टर डॉ. विकास सचदेवा ने कहा कि जागरुकता कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य नशा मुक्ति का संदेश जन-जन तक पहुंचाना है, ऐसे प्रयास से ही समाज में सकारात्मक वातावरण बनता है और अपेक्षित परिणाम मिलते हैं। केंद्र के साइकोलॉजिस्ट-काउंसलर डॉ. मनीष अरोड़ा, समाजसेवी रणवीर सिहाग, पठानवाला के सरपंच हरनीत सिंह, ख्यालीवाला के सरपंच प्रतिनिधि मोहनलाल रणवां भी मंच पर थे। हंसराज महिया, आहार व पोषण विशेषज्ञ डॉ. शुभिता मेहन्दीरता सहित अनेक जनों की जागरुकता कार्यक्रम में सहभागिता रही।