समाज सेवा का अवसर हमारे लिए सौभाग्य की बात : चांडक गणेशगढ़ में हुई तीन बड़ी सभाएं चांडक परिवार ने अब तक किया साढ़े 5 करोड़ का सहयोग

समाज सेवा का अवसर हमारे लिए सौभाग्य की बात : चांडक
गणेशगढ़ में हुई तीन बड़ी सभाएं
चांडक परिवार ने अब तक किया साढ़े 5 करोड़ का सहयोग
चांडक परिवार ने अब तक किया साढ़े 5 करोड़ का सहयोग

श्रीगंगानगर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं समाजसेवी अशोक चांडक ने कहा कि समाज सेवा का अवसर मिलना हमारे लिए सौभाग्य की बात है। जिसकी बदौलत समाज सेवा के क्षेत्र में चाहे वह शिक्षा और चिकित्सा, धार्मिक स्थल का क्षेत्र हो या फिर किसी निर्धन परिवार की बेटी की शादी, चांडक परिवार द्वारा इन कार्यों में अब तक 5.50 करोड रुपए का दान के रूप में सहयोग किया गया है। श्री चांडक ने आज गणेशगढ़ में तीन अलग-अलग स्थान पर हुई तीन बड़ी सभाओं को संबोधित करते हुए यह बात कही।
उन्होंने कहा कि राजनीति में आने से पूर्व भले ही हम क्षेत्र की आवश्यकताओं को लेकर अनजान थे। लेकिन हमारे साथ कंधे से कंधा मिलाकर जुड़े कार्यकर्ताओं के माध्यम से हम पीड़ित मानवता की सेवा करते हुए आज इस मुकाम तक पहुंचे हैं। सच में, किसी भी राजनीतिज्ञ के लिए कार्यकर्ता ही उसकी असली ताकत और रीड की हड्डी होते हैं जो उन्हें यथार्थ के धरातल तक ले जाते हैं। मुझे खुशी है इस बात की कि मुझे आप जैसे कर्मठ, ईमानदार और स्वच्छ छवि के कार्यकर्ताओं का साथ मिला। मुझे विश्वास है कि अपने इन कार्यकर्ताओं की बदौलत राजनीति के माध्यम से क्षेत्र के विकास और जरूरतमंद की सेवा को लेकर देखे गए सपने को सरकार करूंगा। आप सब ने मुझे जो ताकत और सम्मान प्रदान किया है उससे मेरा हौसला चार गुना बढ़ गया है। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि आज जो भरोसा आप मुझ पर कर रहे हैं उसे कभी भी कहीं भी किसी भी सूरत में प्रभावित होने की बजाय और अधिक मजबूत करके दिखाऊंगा। इस क्षेत्र के विकास को लेकर जो मैंने सपना देखा है उसे अक्षरत: पूरा करने के लिए मैं दृढ़ संकल्पित हूं। मुझे दोगली राजनीति नहीं आती जो होता है वह स्पष्ट कहता हूं। आप एक बार राजनीति के माध्यम से मुझे अपनी सेवा का अवसर प्रदान करके देखें फिर स्वयं तय करेंगे की चांडक परिवार उनकी अपेक्षाओं पर किस प्रकार शत प्रतिशत खराब उतरता है। मैं विश्वास दिलाता हूं की एक बार अवसर मिलने के बाद मेरी प्राथमिकताओं में श्रीगंगानगर विधानसभा क्षेत्र को नशा मुक्त कर अपराधिक घटनाओं पर पूर्णतया नियंत्रण करवाना और हमारी मां बेटियों के लिए एक भय मुक्त वातावरण तैयार कर इस क्षेत्र को शिक्षा, चिकित्सा, युवाओं के सर्वांगीण विकास की दृष्टि से खेलों को महत्वपूर्ण बनाना और सामाजिक समरसता का माहौल तैयार करने का रहेगा। मेरे द्वारा एक ऐसी व्यवस्था तैयार की जाएगी जिससे कि आपको विभिन्न सरकारी विभागों से जुड़े दैनिक कार्यों के लिए इधर-उधर भटकना न पड़े। घर बैठे एक निश्चित अवधि में आपके कार्य संपन्न हो। शहरी और ग्रामीण क्षेत्र का समुचित रूप से विकास करवाना मेरा दायित्व है। समूचा चांडक परिवार 24 घंटे आपकी सेवा में तत्पर रहेगा।
श्री चांडक के संबोधन के दौरान अनेक बार वातावरण तालिया के गड़गड़ाहट से गूंजायमान हो उठा। श्री चाणक्य गणेशगढ़ पहुंचने पर ग्रामीणों और उनके कार्यकर्ताओं द्वारा पुष्प मालाओं के साथ उनका गर्म जोशी से स्वागत किया गया।
इस अवसर पर डॉ. बलदेव सिंह , प्रीतम सिंह, अंतराम सहारण, कुलदीप थालोड़ा , देवीलाल जी , पतराम जी पंच , नत्थूराम जी , मो सलीम , मो याकूब अली , सोहन उप्पल, चरण सिंह मिस्त्री , जरनैल सिंह , विजय सिंह सिहाग , रामचंद्र चांदोरा , नानूराम ताखर , संतलाल सोनी , ओमप्रकाश ढाका , देवीलाल वर्मा , सरदार बूटा सिंह बरार , शोभाराम , गुरचरण सिंह धोसी , बृजलाल , जगदीश जी , रामकुमार जी पंच , राजेंद्र जी अरविन्द नायक आदि समेत बड़ी संख्या में ग्रामवासी मौजूद रहे।