दूषित पानी के समस्या को लेकर पंजाब के सिंचाई मंत्री से मिले चांडक -मिला भरोसा : समस्या के समाधान में लगेगा एक वर्ष
जून 11 श्रीगंगानगर। नहर बंदी के उपरांत राजस्थान के नहरों में आने वाले दूषित पानी की गंभीर समस्या को लेकर पंजाब के सिंचाई मंत्री सुखजिंदर सिंह सरकारिया का कहना है कि इस समस्या के समाधान में अभी एक वर्ष का समय और लगेगा। इसके उपरांत राजस्थान की नहरों में दूषित पानी नहीं आएगा। सिंचाई मंत्री सरकारिया ने यह भरोसा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक चांडक को आज उनके साथ हुई एक मुलाकात के दौरान दिया।
गंदे व दूषित पानी की समस्या को लेकर गंभीर चांडक ने आज अपने पंजाब दौरे के दौरान वहां के सिंचाई मंत्री सुखजिंदर सिंह सरकारिया से मुलाकात की। चांडक ने बुड्ढे नाले के माध्यम से राजस्थान की नहरों में पहुंचने वाले फैक्ट्रियों के केमिकल युक्त दूषित पानी से मानव स्वास्थ्य पर होने वाले दुष्प्रभाव से अवगत करवाया। चांडक ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इस पानी से श्रीगंगानगर- हनुमानगढ़ जिले के नागरिकों में प्राणघातक बीमारियां फैल रही है। पिछले कई सालों से गंभीर समस्या बने दूषित पानी को लेकर गत वर्ष भी दोनों सरकारों के मध्य प्रयास किए गए थे। लेकिन, कोई सकारात्मक परिणाम हासिल नहीं हुए।
चांडक ने राजस्थान की नहरों को पंजाब से मिलने वाले निर्धारित शेयर से कम पानी का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि राजस्थान की नहरों को पूरा पानी नहीं मिलने के कारण इलाके के किसान अत्यधिक परेशान है। सिंचाई पानी की कमी के चलते इलाके की फसलें चौपट हो रही है। चांडक ने कहा कि राजस्थान और पंजाब पड़ोसी राज्य हैं। दोनों की संस्कृति एक समान है। और, दोनों राज्यों के बीच नागरिकों का परस्पर रोटी- बेटी का नाता है। ऐसे में पंजाब से इलाके की नहरों को दूषित और सिंचाई के लिए पूरा पानी नहीं मिलना चिंता का विषय है। इस पर पंजाब के सिंचाई मंत्री सुखजिंदर सिंह सरकारिया ने कहा कि दूषित पानी की समस्या को लेकर पंजाब सरकार भी गंभीर है और इस समस्या के निदान के लिए बुड्ढे नाले पर एसटीपी निर्माण का कार्य प्रगति पर है। इस कार्य में अभी एक वर्ष का समय और लगेगा। निर्माण कार्य पूरा होते ही राजस्थान को दूषित पानी की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। साथ ही, सिंचाई मंत्री ने यह भी आश्वस्त किया कि फिरोजपुर फीडर और बीकानेर कैनाल की मरम्मत का कार्य पूरा होने में लगभग 3 साल लगेंगे। यह कार्य पूरा होते ही राजस्थान के नहरों को उनके निर्धारित हिस्से से अधिक पानी की उपलब्धता सुनिश्चित कर नहरों की टेल पर बैठे किसानों तक पानी पहुंचाना सुनिश्चित किया जाएगा। सरकारिया ने कहा कि किसान, किसान ही है फिर वह चाहे राजस्थान के हो अथवा पंजाब के। हमारी सरकार किसानों की समस्याओं को लेकर संवेदनशील है, आप भरोसा रखिए राजस्थान के किसानों के साथ किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं होगा। उनके हितों का पूरा ध्यान रखा जाएगा।