गौरां फाउंडेशन के यौधेय रंगमंच का गंगानगर ग्रीन अभियान: सीमेंट-कंक्रीट हटाओ, पेड़ बचाओ
गौरां फाउंडेशन के यौधेय रंगमंच का गंगानगर ग्रीन अभियान: सीमेंट-कंक्रीट हटाओ, पेड़ बचाओ
GANGANAGAR GREEN अभियान में माननीय एनजीटी/कोर्ट के 23.04.2013 के आदेशों की पालना कर गंगानगर जिले के सभी पेड़ो को कंक्रीट- सीमेंट मुक्त करना।
एनजीटी का आदेश; पेड़ों के एक मीटर तक के आसपास के कंक्रीट को हटा दिया जाएं और पेड़ों की जड़ों के आसपास के किसी तरह का मिट्टी या पक्का चौका न बनाया जाएं।
जिला कलेक्टर और एडीएम को आज दिया ज्ञापन, योधेय रंगमंच के एक्टर विजय जोरा और अभिषेक जलंधरा रहे मौजूद रहे
जिला कलेक्टर और एडीएम ने एनजीटी और माननीय कोर्ट के अप्रैल 2013 के आदेशों की पालना का दिया आश्वासन
माननीय एनजीटी/कोर्ट के आदेशों की अवमानना चलती रही तो पूर्व वायुसैनिक सुनील सिहाग अगले महीने दायर करेंगे
हाईकोर्ट में जनहित याचिका
विस्तृत जानकारी;
गौरां फाउंडेशन के यौधेय रंगमंच ने इसी सप्ताह गंगानगर ग्रीन अभियान लॉच किया जिसका उद्देश्य सीमेंट- कंक्रीट हटाओ, पेड़ बचाओ ! जिसके तहत जिला कलेक्टर और एडीएम को आज ज्ञापन दिया(कॉपी अटैच्ड)। जिला कलेक्टर ने एडीएम साहब के मार्फत सभी सरकारी विभागों, यूआईटी, नगर परिषद्( पार्षदों), पीडब्ल्यूडी और बीडीओ ( ग्राम पंचायतों) को एनजीटी और माननीय कोर्ट के अप्रैल 2013 के आदेशों की पालना और जिले में नव निर्माण कार्यों में सख्ती से इसको लागू करने को कहा।
माननीय एनजीटी के आदेश दिनांक 23.04.2013 की पालना में जिले गंगानगर के सभी पेड़ो को कंक्रीट- सीमेंट मुक्त कर पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन करना!
ज्ञातव्व हो की माननीय एनजीटी ने 2013 के आवेदन ओ.ए. संख्या 82(आदित्य न प्रसाद बनाम यूनियन ऑफ इंडिया व अन्य) के निर्णय में दिनांक 23.04.2013 को निम्न आदेश दिए;
1.) सभी साइन बोर्ड, नाम, विज्ञापन, किसी भी तरह के बोर्ड या साइनेज, बिजली के तार या अन्य केबल वायरस को हटा दिया जाएं।
2.) पेड़ ओर्थविथ यानी पेड़ों के एक मीटर तक के आसपास के कंक्रीट को हटा दिया जाएं।
3.) भविष्य में तत्काल और उचित सावधानी बरती जाए ताकि कोई निर्माण या मरम्मत कार्य पेड़ों के तने के कम से कम एक मीटर के दायरे में न किया जाएं।
4.) पेड़ों के चारों ओर कंक्रीटीकरण न केवल जड़ वातन को बाधित करता है बल्कि पानी का रिसाव जो अंततः पेड़ की मृत्यु का कारण बन सकता है।
5.) कंक्रीट विमुक्तिकरण यानी पेड़ों के चारों ओर से डी-कंक्रीट किया जाना चाहिए। 6′ x 6′ के क्षेत्र को कंक्रीट से मुक्त छोड़ दिया जाए ताकि जड़ें क्षतिग्रस्त न हों और पेड़ों की जड़ों के आसपास के किसी तरह का मिट्टी या पक्का चौका न बनाया जाएं।
इस प्रकार माननीय एनजीटी आदेश का यह आदेश कि न केवल पेड़ का कंक्रीटीकरण पेड़ को नुकसान पहुंचाता है, यह दिल्ली वृक्ष संरक्षण अधिनियम:1994 की धारा 8 के तहत भी एक अपराध है। इसके अलावा यह माननीय न्यायालय की अवमानना का भी उल्लंघन है इसके लिए सजा का प्रावधान है। हाल हीं में माननीय एनजीटी/कोर्ट की अवमानना के बाद कोर्ट ने बड़ा जुर्माना लगाया जैसे
इसी साल फरबरी 2022 में उप वन संरक्षक (पश्चिम मंडल) ने वसंत विहार में पेड़ों के चारों ओर कंक्रीट के बाड़ों को हटाने में विफल रहने पर लोक निर्माण विभाग दिल्ली (पीडब्ल्यूडी) पर 38 लाख रुपये से अधिक का जुर्माना लगाया है। आदेश में प्रति पेड़ 10,000 रुपये का जुर्माना लगाया गया है, जो 387 पेड़ों के लिए कुल 38,70,000 रुपये है वहीं जून 2019 में दिल्ली वन विभाग ने बीकानेर हाउस पर राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) के आदेश का पालन नहीं करने पर 18.7 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। कोर्ट ने पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन के।मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए मार्च 2022 में पेड़ के चारों ओर कंक्रीट डालने पर वसंत विहार निवासी के खिलाफ प्राथमिकी ( F.I.R.) तक दर्ज की गई।
गंगानगर ग्रीन अभियान के संयोजक पूर्व वायुसैनिक सुनील सिहाग, विजय जोरा सचिव यौधेय रंगमंच और अभिषेक जलंधरा ने कलेक्टर और एडीएम को दिए ज्ञापन में पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन के लिए कुछ सुझाव दिए जैसे;
1.) जिले में पेड़ों के चारों ओर कंक्रीट -सीमेंट, इंटरलॉकिंग टाइल्स को हटाने के लिए प्रशासन एक पब्लिक नोटिस/सर्कुलेशन जारी करें।
2.) उपरोक्त की पालना के लिए जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्यों के साथ साथ पार्षदों, सरपंचों और वार्ड पंचों को अपने अपने कार्य क्षेत्र में कंक्रीट से घिरे पेड़ो की गणना (TREE CENSUS) करवाई जाएं।
3.) प्रशासन के सभी स्तरों पर एक TREE HELPLINE और सोशल मीडिया नेटवर्क विकसित किया जाए जहां आमजन जागरूक नागरिक इस तरह के पेड़ो की फ़ोटो भेजकर प्रशासन को अवगत कराएं।
पूर्व वायुसैनिक सुनील सिहाग ने कहा की सभी सामाजिक संगठनों और कार्यकर्ताओं के सहयोग और साथ से ही इस अभियान को सफ़ल बना कर माननीय एनजीटी के ऑर्डर की पालना कर अपने गंगानगर जिले को देश का ऐसा पहला जिले घोषित करें जहां सभी पेड़ कंक्रीट से मुक्त हो।