सभापति करुणा अशोक चांडक ने अधिवेशन में बताऐ शहर के हालात
सभापति करुणा अशोक चांडक ने अधिवेशन में बताऐ शहर के हालात
श्रीगंगानगर। कांग्रेस के 138 वें स्थापना दिवस के अवसर पर हुए पार्टी के प्रदेश स्तरीय अधिवेशन में नगर परिषद सभापति श्रीमती करुणा अशोक चांडक ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पार्टी प्रदेशाध्यक्ष तथा प्रदेश प्रभारी को शहर के बिगड़े हालात से अवगत करवाया।
जयपुर में स्थित बिड़ला ऑडिटोरियम में आज यह अधिवेशन आयोजित किया गया था। जिसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा व पार्टी के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा सहित मंत्री, पीसीसी पदाधिकारी, सदस्य एवं विधायक शामिल हुए। अधिवेशन के दौरान सबको अपनी बात कहने का अवसर दिया गया। इसके लिए पर्चियां आमंत्रित की गई थी। प्रदेश कांग्रेस कमेटी सदस्य एवं नगर परिषद सभापति श्रीमती करुणा अशोक चांडक की ओर से भी पर्ची भेजी गई थी। लेकिन समयाभाव के चलते अपनी समस्याएं लिखित में प्रस्तुत करने के निर्देश प्राप्त हुए। इस पर श्रीमती चांडक ने शहर की बिगड़ी कानून व्यवस्था और गली-गली में फैले नशे के अवैध कारोबार की समस्या प्रमुखता से उठाई।
उन्होंने कहा कि शहर में कानून व्यवस्था इतनी अत्यधिक कमजोर है कि समूचा गंगानगर नशा और अपराध का गढ़ बढ़ता जा रहा है। स्मैक, हेरोइन और चिट्टा जैसे प्राणघातक नशे का बेरोकटोक खुला कारोबार होता है । इस नशे ने अधिकांश युवा पीढ़ी को अपनी चपेट में ले लिया है और यही युवा नशे की लत को पूरा करने के लिए अपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। ऐसे ही युवक वाहन चोरी और महिलाओं और स्कूल कॉलेज जाती छात्राओं से छेड़छाड़, फायरिंग, चैन स्नैचिंग की घटनाओं को अंजाम देते हैं। ऐसे हालात में महिलाओं का घर से बाहर निकलना दुश्वार हो गया है।
सभापति ने इस अधिवेशन के दौरान शहर की खराब स्ट्रीट लाइट की समस्या को प्रमुखता से उठाया। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की ओर से पूरे प्रदेश के शहरों में स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था ईएसएल नामक कंपनी को ठेके पर दे रखी है। नगर परिषद से उसकी मेंटेनेंस का शुल्क वसूला जाता है जो कि प्रति माह लाखों रुपए होता है। इसके बावजूद ईएसएल कंपनी की ओर से श्रीगंगानगर में कोई मेंटेनेंस सेवाएं नहीं दी जा रही है। पूरे शहर की लाइट व्यवस्था प्रभावित है और नगर परिषद को बिना मेंटेनेंस सेवा शुल्क देना पड़ रहा है। इसलिए राज्य सरकार अपने स्तर पर ईएसएल कंपनी को खराब स्ट्रीट लाइट बदलने के लिए पाबंद करें। उन्होंने बताया कि शहर में पिछले 5 साल से सीवरेज कार्य में लगी एलएनटी द्वारा व्यवस्थित तरीके से कार्य नहीं किया जा रहा है। सड़कों की खुदाई की जाती है और पाइप डालने के बाद लंबे समय तक सड़क का निर्माण नहीं किया जाता। कंपनी की ओर से जो सड़कें बनाई जाती हैं वे गुणवत्ताहीन होने के कारण चंद दिनों में बिखर जाती है। अनेक सड़कों में तो इस कदर गड्ढे खोदकर छोड़ दिए गए कि धुंध के इस मौसम में वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं। एलएनटी को त्वरित गति से गुणवत्तापूर्ण कार्य करने के लिए निर्देशित किया जाए।
इतना ही नहीं, श्रीमती चांडक ने अपने पत्र में प्रशासन शहर के संग अभियान के दौरान पेश आ रही समस्या को भी प्रमुखता से उठाया। उन्होंने कहा कि पिछले 1 वर्ष की अवधि के दौरान नगर परिषद में आयुक्त पद पर अनेक अधिकारियों को लगाया गया। जिनका अल्प अवधि के दौरान स्थानांतरण कर दिया गया। पूर्णकालिक अधिकारी के अभाव में प्रशासन शहरों के संग अभियान का आम नागरिकों को कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है। नागरिकों द्वारा भवन स्वामित्व को लेकर पट्टा प्राप्त करने के लिए प्रस्तुत की जाने वाली फाइलों का अंबार लगा हुआ है लेकिन कोई भी अधिकारी अपने पूर्ववर्ती अधिकारी के कार्यकाल के पत्रावलियों का निस्तारण करने को तैयार नहीं है। ऐसे में नागरिकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है तथा प्रदेश में कांग्रेस की सरकार और नगर परिषद में कांग्रेस का बोर्ड होने के बावजूद हम अपने ही शहर वासियों को राहत प्रदान नहीं कर पा रहे हैं। सभापति ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि वे नगर परिषद आयुक्त को निर्देशित करें कि समस्त पत्रावलियो का निस्तारण कर नागरिकों को लाभान्वित कर सकें। कच्ची बस्तियों के निवासियों को भी राहत प्रदान कर पट्टे जारी किए जावें। सभापति श्रीमती करुणा अशोक चांडक ने शहर के निराश्रित श्वानो का मुद्दा भी प्रमुखता से उठाया। उन्होंने कहा कि शहर में निराश्रित श्वानो की संख्या अत्यधिक है। जोकि नागरिकों की परेशानी का कारण बने हुए हैं इनके शहर में स्वच्छंद विचरण पर कोई रोक नहीं लग पा रही है। ऐसे में उन्होंने सुझाव दिया कि नंदी शाला की तरह ही प्रत्येक शहर में श्वानशाला स्थापित की जावे राज्य स्तर पर गौशाला की तरह अनुदान दिया जावे ताकि समस्त श्वान एक जगह रखे जा सके और उनके पोषण की व्यवस्था सुनिश्चित हो।