राजनीति में सेवा के लिए आया, पैसा कमाना मकसद नहीं: संजय मूंदड़ा
राजनीति में सेवा के लिए आया, पैसा कमाना मकसद नहीं: संजय मूंदड़ा
गुंडागर्दी खत्म करना और भयमुक्त वातावरण मेरी प्राथमिकता
श्रीगंगानगर। भाजपा नेता संजय मूंदड़ा ने कहा है कि मैं विकास, सेवा और सामाजिक कामों के लिए राजनीति में आया हूं। राजनीति से पैसा कमाना मेरा मकसद नहीं है। मैंने दलाली के लिए नहीं, सेवा के लिए राजनीति में कदम रखा है। सबको शिक्षा व स्वास्थ्य सेवाएं सुलभ कराना, शहर में गुंडागर्दी खत्म करना और भयमुक्त वातावरण बनाना मेरी प्राथमिकता रहेगी। उन्होंने नेतेवाला गांव में ग्रामीणों की सभा को संबोधित करते हुए यह बात कही।
उन्होंने कहा कि मैं पच्चीस सालों से सेवा कर रहा हूं। कई छोटे चुनाव लड़े हैं। जीते भी हारे भी। मैं मंडी समिति का चेयरमैन रहा लेकिन इस दौरान कोई एक पैसे का लांछन नहीं लगा सकता। किसी से चाय का कप भी पीया हो तो कोई बताए। मैं कुकुरमुत्तों की तरह नहीं उगा हूं। राजनीति में सामाजिक सरोकार लेकर आया हूं।
मंूदड़ा ने ग्रामीणों से कहा कि मैं आपके गांव मेंं दस साल से सेवा के लिए आ रहा हूं। लंपी रोग के दौरान गायों की सेवा की। पीएम मोदी की भावना के अनुरूप प्लास्टिक के जहर को खत्म करने के लिए हर ग्रामीण के यहां जूट के थैले पहुंचाए। ग्रामीणों ने गांव के स्कूल के लिए काम बताए तो ट्रस्ट के माध्यम से उन कामों मेंं सहयोग किया।
उन्होंने कहा कि आपके गांव मेंं ऐसे लोग भी आते हैं, जिनका कोई सामाजिक सरोकार नहीं है। ऐसे लोग वर्षा मेंं कुकुरमुत्तों की तरह उग आए हैं। आप ऐसे लोगों के बारे में समझें कि उनका सामाजिक आधार क्या है। क्या वह लोग दस साल या बीस साल पहले सामाजिक कार्यों मेंं शामिल थे। ऐसे लोगों को नकारने का काम करें।
मूंदड़ा ने मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं और कांग्रेस सरकार की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि पिछले चुनाव के दौरान अशोक गहलोत ने किसानों के ऋण माफ करने की बात की लेकिन किसी किसान का ऋण माफ नहीं किया। गरीब मां-बाप अपना पेट काट कर बच्चों को पढ़ाते-लिखाते हैं लेकिन पेपर लीक ने उनकी उम्मीदों को धराशायी कर दिया। प्रदेश पेपर लीक का अड्डा बनकर रह गया है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में पिछले साढ़े चार सालों से खो-खो की तरह सीएम-सीएम का खेल चल रहा है। सीएम गहलोत ने पूरा समय अपनी सरकार को बचाने की कवायद मेंं लगा दिया। जनता की तरफ ध्यान नहीं दिया। पूरे प्रदेश में बुरी हालत है। श्रीगंगानगर में अराजकता का माहौल है। महिलाओं की चैनें छीनी जा रही हैं। व्यापारियों को धमकाया जा रहा है। गुंडा तत्व हावी हो चुके हैं। मंूदड़ा ने गहलोत सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान ग्रामीणों से किया।
इस मौके पर रॉकी, विराट, राहुल, मुकेश, राजेश, अनिल, अमन, गुरनाम सिंह, गुरमीत सिंह, बग्गी, राकू, गगन, शिव कुमार, सोनू, लक्की मोयल, राकेश कुमार, सुनील कुमार, राजू एवंं रवि कुमार आदि ग्रामीणों ने मूंदड़ा का स्वागत किया और उन्हें चुनाव में समर्थन का भरोसा दिलाया।