गोवंश में फैल रही लम्पी स्किन डिजीज नामक महामारी के उपचार के लिए संजय मूंदड़ा की टीम जुटी गोवंश के उपचार में
गोवंश में फैल रही लम्पी स्किन डिजीज नामक महामारी के उपचार के लिए संजय मूंदड़ा की टीम जुटी गोवंश के उपचार में
श्रीगंगानगर। पिछले कुछ समय से क्षेत्र के गोवंश में फैल रही लम्पी स्किन डिजीज नामक महामारी के उपचार के लिए समाजसेवी संजय मूंदड़ा और उनकी सेवाभावी टीमें श्रीगंगानगर शहर एवं आस-पास के गांवों में जी-जान से जुटी हुई है। ये टीमें उन घरों में पहुंच रही हैं, जहां लम्पी ने गोवंश पर हमला किया है।
पिछले एक सप्ताह में मूंदड़ा की टीमों ने जिला मुख्यालय की पुरानी आबादी और चक दो ई, तीन ई, चार ई, लिम्बावाली, नेतेवाला, तीन एचएच, पांच एचएच, आठ एचएच, महियांवाली, गणेशगढ़, चार जेड, छह जेड, सात जेड, नौ ए, आठ एलएल, पांच एलएल, ढींगांवाली, धालेवाला और हिरणांवाली आदि अनेक गांवों में पहुंच कर गायों, नंदी एवं बछड़ों आदि में फैल रहे लम्पी रोग का उपचार शुरू करवाया। इन गांवों में आसपास के पशु चिकित्सकों का सहारा लिया गया है, जो उपचार में सहयोग कर रहे हैं। इस दौरान लगभग साढ़े चार हजार गोवंश का उपचार हो चुका है और इसका असर भी नजर आने लगा है।
गांवों में घर-घर और गलियों में बेसहारा घमने वाले गोवंश की सेवा में जुटे टीम सदस्यों मनोज गर्ग, रोहित सोनी, राहुल जैन, भीम कासनिया, प्रेम भाटिया, रवीन्द्र विग, विनोद ख्यालीवाला, अनिल सरावगी (अन्नपूर्णा रसाई की पूरी टीम सहित) जुटे हुए हैं।
इन गोवंश के मालिकों को स्वर्गीय श्रीमती कमलादेवी मूंदड़ा चेरिटेबल ट्रस्ट की ओर से निशुल्क दवाएं भी उपलब्ध करवाई जा रही हैं, ताकि समय पर गायों का उपचार हो सके। मूंदड़ा ने एक वक्तव्य में कहा कि निरीह गोवंश पर आए इस संकट में वे अपना धर्म समझ कर इनके उपचार की जिम्मेदारी ले रहे हैं। इस सेवा को निरंतर जारी रखा जाएगा, जब तक यह रोग जड़ से खत्म नहीं हो जाता। मूंदड़ा ने बताया कि इस सेवा के लिए उन्हें चितलांगिया चेरिटेबल ट्रस्ट ने भी इक्यावन हजार रुपए का आर्थिक सहयोग दिया है। इसके लिए मूंदड़ा ने चितलांगिया ट्रस्ट के अध्यक्ष विक्रम चितलांगिया का आभार व्यक्त किया है।