मैंने गरीबी देखी है इसलिए गरीब का दर्द समझता हूं : अशोक चांडक
02 july 2021 श्रीगंगानगर।
मैंने गरीबी देखी है इसलिए गरीब का दर्द समझता हूं : अशोक चांडक
सभापति द्वारा वार्ड 57, 27 व 28 में 20 से 25 लाख की लागत के कार्यों का शिलान्यास।
नगर परिषद सभापति श्रीमती करुणा चांडक और कांग्रेस नेता एवं समाजसेवी अशोक चांडक द्वारा शहर के तीन वार्डों 57, 27 व 28 में 20 से 25 लाख रुपए की लागत के निर्माण कार्यों का शिलान्यास किया गया।
शहर के विकास को समर्पित इन वार्डों के विकास कार्यों का शिलान्यास करने के लिए पहुंचे चांडक दंपत्ति का वार्ड पार्षद के नेतृत्व में नागरिकों द्वारा भव्य स्वागत किया गया। उन्हें फूल मालाएं पहनाकर पुष्प गुच्छ और उपहार भेंट किए।
वार्ड नं. 57 में जनसमूह को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता अशोक चांडक ने कहा कि कभी-कभी किसी अच्छे काम के लिए हमें कुछ नुकसान भी उठाना पड़ता है और वह कार्य जीवन भर के लिए सुखदाई साबित होता है। ऐसी ही स्थिति आज इस वार्ड में अनेक परिवारों के समक्ष बनी हुई है। उससे होने वाले नुकसान को लेकर इन परिवारों में चिंता है, लेकिन मैंने गरीबी को काफी करीब से देखा है। इसलिए गरीब का दर्द भली-भांति जानता हूं। उन्होंने इन परिवारों को विश्वास दिलाया के नाला और सड़क निर्माण के दौरान जिन परिवारों के मकानों अथवा चारदीवारी को हटाया जाएगा। वे उसकी क्षतिपूर्ति करवाने का हरसंभव प्रयास करेंगे। दरअसल, एसटीपी के निकट नाला और सड़क निर्माण के लिए इस वार्ड के कुछ परिवारों के मकान और चार दिवारी बाधा बन रहे थे। जिन्हें नगर परिषद द्वारा अतिक्रमण के रूप में चिन्हित करते हुए हटाए जाने का निर्णय लिया है। सभापति श्रीमती करुणा चांडक आज सुबह जब शिलान्यास के लिए इस वार्ड में पहुंची तो नगर परिषद की इस कार्यवाही से प्रभावित होने वाले परिवारों ने उनके समक्ष अपनी पीड़ा व्यक्त की। इस पर कांग्रेस नेता श्री चांडक ने विश्वास दिलाया कि ऐसे परिवारों को होने वाले नुकसान की भरपाई करवाई जाएगी। सभापति श्रीमती चांडक ने अपने संबोधन में कहा कि श्रीगंगानगर शहर को विकासशील, स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए कच्ची बस्तियों का भी विकसित होना आवश्यक है। और, यह तभी संभव है जब हम विकास के मार्ग में आने वाले अवरोध को स्वत: दूर कर अपना सहयोग दें।
बताया गया कि इस वार्ड में 20 लाख रुपए की लागत से एसटीपी के चारों तरफ सीसी रोड का निर्माण, नाला निर्माण तथा सौंदर्यकरण के कार्य करवाए जाएंगे। इस मौके पर नागरिकों ने चांडक दंपत्ति का अभिनंदन कर उन्हें उपहार भेंट किए।
वार्ड नंबर 27 में सभापति श्रीमती करुणा चांडक एवं कांग्रेस नेता अशोक चांडक द्वारा वासुदेव नगर व विष्णु कॉलोनी को जोड़ने वाली सड़क का शिलान्यास किया। इस मौके पर हुई सभा में श्री चांडक ने नागरिकों से कहा कि नगर परिषद में तकनीकी अधिकारियों के पद रिक्त होने के कारण शहर की विद्युत व्यवस्था और निर्माण कार्य मैं परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। स्टाफ की कमी के चलते यह व्यवस्थाएं प्रभावित हो रही है। सफाई व्यवस्था पर भी इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। ऐसे में जन सहयोग आवश्यक है। उन्होंने शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए नागरिकों से कचरा सड़क पर डालने की बजाय ट्रैक्टर ट्राली में डालने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि अक्सर देखने में आता है कि माताएं- बहने और दुकानदार घर-दुकान का कचरा सड़क पर डाल देते हैं। ऐसे में यदि घर-घर कचरा संग्रहण करने के लिए वाहन शुरू किए जाएं तो इसका खर्च नागरिकों से वसूले जाने के आदेश राज्य सरकार द्वारा दिए गए हैं, लेकिन हम नहीं चाहते कि आर्थिक मंदी और महंगाई के इस दौर में नागरिकों पर कोई आर्थिक बोझ डाला जाए। इसलिए दिन भर का कचरा घर में संग्रहित कर अगले दिन आने वाली नगर परिषद की ट्राली में भी डाल दें। इससे शहर की सड़कें और नालियां साफ-सुथरी रहेंगी और नागरिकों को भी अनावश्यक परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। नाले- नालियों की डीसिल्टिंग का जिक्र करते हुए श्री चांडक ने सुप्रीम कोर्ट और राज्य सरकार के आदेशों का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि इन आदेशों में नगर परिषद के सफाई कर्मियों से नाले के सफाई नहीं करवाए जाने के लिए कहा गया है। इसे पूर्णता प्रतिबंधित किया गया है। नालों की डिसिल्टिंग के लिए सरकार द्वारा मशीनें भिजवाई गई है लेकिन हमारे द्वारा नालियों में पॉलिथीन की थैलियां डाल दिए जाने के कारण वह मशीनें डिसिल्टिंग में कारगर साबित नहीं हो रही। इसके बावजूद मानसून के मद्देनजर हम सफाई कर्मियों से नाले के डिसिल्टिंग करवा रहे हैं। उन्होंने नागरिकों से पॉलिथीन की थैलियां नाले- नालियों में नहीं डालने का भी आग्रह किया। सभापति श्रीमती चांडक ने नागरिकों से सहयोग बनाए रखते हुए शहर के चहुंमुखी विकास का भागीदार बनने का आह्वान किया। उधर, वार्ड नंबर 28 में भी 20 लाख रुपए की लागत के निर्माण कार्य का शिलान्यास किया गया।