श्रीगंगानगर: मानसिक रूप से स्वस्थ होने पर ही शारीरिक रूप से स्वस्थ रहना संभव: डॉ. विशु टांटिया
श्रीगंगानगर: मानसिक रूप से स्वस्थ होने पर ही शारीरिक रूप से स्वस्थ रहना संभव: डॉ. विशु टांटिया
10 अक्टूबर 2021
टांटिया जनरल एंड मल्टीस्पेशिलिटी हॉस्पिटल में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस संबंधी गोष्ठी
श्रीगंगानगर। टांटिया जनरल एंड मल्टीस्पेशिलिटी हॉस्पिटल के वरिष्ठ मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ. विशु टांटिया का कहना है कि मानसिक रूप से स्वस्थ होने पर ही शारीरिक रूप से स्वस्थ रहना संभव है। हॉस्पिटल तथा जे. आर. टांटिया चैरिटेबल नशा मुक्ति व पुनर्वास केंद्र की तरफ से विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस संबंधी गोष्ठी के मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. टांटिया ने यह भी कहा कि मेंटल हेल्थ एवं फिजिकल हेल्थ में अंतर होता है। शारीरिक रूप से अस्वस्थ होने पर तो व्यक्ति को इसका भान हो जाता है तथा खुद या किसी के माध्यम से चिकित्सक तक पहुंच जाता है। मानसिक रूप से अस्वस्थ होने पर बहुत बार संबंधित व्यक्ति को पता ही नहीं चलता।
डॉ. विशु टांटिया ने अपने पिता श्रद्धेय डॉ. श्यामसुन्दर जी टांटिया का स्मरण करते हुए कहा कि लोगों को मानसिक स्वास्थ्य के प्रति सजग करने की दिशा में उन्होंने बड़ा काम किया। उपस्थित जनों से यह आह्वान भी किया वे अपने परिवारों में जागृति बढ़ाएं। डॉ. विशु टांटिया ने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य संबंधी रोगी दुनिया में बहुत अधिक है। विश्व में यह मानसिक समस्या दूसरे नम्बर पर है। सभी को इसे गंभीरता से लेना चाहिए। ऐसी परेशानी से बचने के लिए डॉ. टांटिया ने किसी से ज्यादा अपेक्षा नहीं करने की जरूरत भी बताई।
वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. के. के. अरोड़ा ने तन के साथ मन और मस्तिष्क की मजबूती को आवश्यक बताते हुए कहा कि व्यक्ति को खुद को समय देना चाहिए और अपनी तुलना किसी अन्य से नहीं करनी चाहिए। व्यर्थ की चिंता परेशानियों की वजह है, इनसे दूर रहना चाहिए। किसी समस्या को बढऩे ही नहीं देना चाहिए। राई को पहाड़ बनने देने की नौबत नहीं आनी चाहिए। जे. आर. टांटिया चैरिटेबल नशा मुक्ति व पुनर्वास केंद्र के साइकोलॉजिस्ट-काउंसलर डॉ. मनीष अरोड़ा ने कहा कि युवाओं में मानसिक रूप से अस्वस्थ होने की समस्या बढ़ती जा रही है। तनाव, नशा और डिप्रेशन जैसी स्थिति से बचने के लिए सजगता आवश्यक है। गोष्ठी का संयोजन करते हुए टांटिया यूनिवर्सिटी के आईईसी को-ऑर्डिनेटर राजकुमार जैन ने विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के इतिहास और महत्व का जिक्र किया। जसबीर सिंह, योगाचार्य संदीप कुमार भाम्भू, पीआरओ अमित वर्मा, मार्केटिंग मैनेजर अरूण सक्सेना आदि की इसमें सहभागिता रही।