ब्लैक फंगस सहित दुर्लभ बीमारी का टांटिया हॉस्पिटल में सफल उपचार
ब्लैक फंगस सहित दुर्लभ बीमारी का टांटिया हॉस्पिटल में सफल उपचार
वरिष्ठ विशेषज्ञ डॉ. अभिषेक गुप्ता ने फिर श्रेष्ठता साबित की
श्रीगंगानगर। टांटिया जनरल एंड मल्टीस्पेशिलिटी हॉस्पिटल में फेफड़ों में ब्लैक फंगस सहित कई जटिलताओं वाली मरीज का हुआ सफल उपचार किया गया है। श्वांस, क्षय, दमा एवं एलर्जी रोग के वरिष्ठ विशेषज्ञ डॉ. अभिषेक गुप्ता ने लगभग 60 साल की महिला मरीज की जोखिम में आई जान को बचाकर एक बार फिर से अपनी श्रेष्ठता साबित की है। मूल रूप से दक्षिण भारत की और वर्तमान में पीलीबंगा में रहने वाली इस मरीज के फेफड़ों में ब्लैक फंगस था, इसके साथ ही जी सिक्स पीडी डेफिशियन्सी की अत्यतं दुर्लभ बीमारी भी थी, इस गंभीर बीमारी के कारण बहुत कम दवाइयां ही मरीज को दी जा सकती है, ऐसा नहीं करने पर खून की कमी होने लगती है। फेफड़ों में ब्लैक फंगस के मामले भी देश में गिनती के आए हुए हैं।
टांटिया हॉस्पिटल में लाने से पहले इस मरीज का अनेक जगह इलाज हुआ, जयपुर में कई जगह भर्ती रखना पड़ा लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ। टांटिया हॉस्पिटल में लाया गया, उस समय श्वांस लेने में बहुत अधिक दिक्कत हो रही थी, किडनी ढंग से काम नहीं कर रही थी, लीवर में भी काफी ज्यादा सूजन थी। मरीज का यहां लगभग 20 दिन इलाज चला और अब वह स्वस्थ है तथा अपना सामान्य कामकाज कर पा रही है।
डॉ. अभिषेक गुप्ता की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान है। डायरक्ट्रेट ऑफ पलमनरी रीहैबिलेटेशन के फेलो डॉ. गुप्ता आई.एस.आर. की ओर से वर्ष 2018 में तैयार की गई दुनिया के 500 प्रमुख चिकित्सकों की सूची में शामिल होने का गौरव रखते हैं। वे काफी अनुभवी हैं, उनकी दक्षता से एलर्जी, अस्थमा, टीबी, फेफड़ों के कैंसर, धूम्रपान से होने वाले फेफड़े के रोग, निमोनिया, आई.एल.डी. नींद से जुड़ी बीमारियों, खरार्टों के साथ श्वांस की तकलीफ आदि के मरीज लाभान्वित हो रहे हैं।