टांटिया हॉस्पिटल में टीबी की दुर्लभ गांठ का सफल ऑपरेशन
टांटिया हॉस्पिटल में टीबी की दुर्लभ गांठ का सफल ऑपरेशन
11 सितम्बर 2021 श्रीगंगानगर।
जिला मुख्यालय के सुखाडिय़ा मार्ग स्थित टांटिया जनरल एंड मल्टीस्पेशिलिटी हॉस्पिटल में टीबी की दुर्लभ गांठ का सफल ऑपरेशन किया गया है। हॉस्पिटल के क्षय, दमा, श्वांस एवं एलर्जी रोग विशेषज्ञ डॉ. अभिषेक गुप्ता इससे पूर्व भी कई जटिल ऑपरेशन कर ख्याति अर्जित कर चुके हैं।
हाल ही में 21 वर्षीय युवक खांसी और सांस की दिक्कत के साथ टांटिया हॉस्पिटल में आया, उसे यह परेशानी करीब दो साल से थी और लगातार बढ़ रही थी। उसने पंजाब एवं राजस्थान में अनेक जगह उपचार करवाया लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ। डॉ. अभिषेक गुप्ता को गहराई से जांच करने पर मालूम पड़ा कि उसके फेफड़ों के अंदर बलगम की गांठ बसी हुई है जोकि दुर्गम ट्यूबरक्लोसिस की है। उन्होंने अपनी विशेषज्ञता और अनुभव की बदौलत ब्रोंकोस्कॉपी से लगभग 3 घंटे चले ऑपरेशन से बलगम की गांठ निकाल दी। मरीज पूरी तरह स्वस्थ है, टीबी की इस तरह गांठ बनना अत्यंत दुर्लभ है।
टांटिया हॉस्पिटल दमा, क्षय, एलर्जी एवं श्वांस रोग के निदान का बड़ा केन्द्र बन कर उभरा है। विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ. अभिषेक गुप्ता फेफड़े से पिन, सुपारी, बलगम की फंसी हुई गांठ निकालने जैसे अनेक जटिल केसों में मरीजों को स्वस्थ कर चुके हैं। बार-बार निमोनिया होने से परेशान उस मरीज का भी सफल इलाज किया जिसकी खून की नाड़ी, खाने की नली को दबा रही थी। इसी तरह दो साल से बार-बार बुखार से परेशानी लड़की की बीमारी पकड़ कर उसे भी स्वस्थ किया। इस तरह के कितने ही मरीजों और उनके परिजनों की अपेक्षाओं पर वे खरा उतर चुके हैं।
डॉ. अभिषेक गुप्ता की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान है। डायरक्ट्रेट ऑफ पलमनरी रीहैबिलेटेशन के फेलो डॉ. गुप्ता आई.एस.आर. की ओर से वर्ष 2018 में तैयार की गई दुनिया के 500 प्रमुख चिकित्सकों की सूची में शामिल होने का गौरव रखते हैं। एपेक्स हॉस्पिटल एवं पीबीएम हॉस्पिटल में सेवाएं दे चुके डॉ. गुप्ता काफी अनुभवी हैं, उनकी विशेषज्ञता से एलर्जी, अस्थमा, टीबी, फेफड़ों के कैंसर, धूम्रपान से होने वाले फेफड़े के रोग, निमोनिया, आई.एल.डी. नींद से जुड़ी बीमारियों, खर्राटों के साथ श्वांस की तकलीफ आदि के मरीज लाभान्वित हो रहे हैं।